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मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार को लखनऊ के लोक भवन में 404 करोड़ रुपये की लागत से पीएम श्री विद्यालयों के आधुनिकीकरण और ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के तहत माध्यमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं की संतृप्ति और निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए 347 करोड़ रुपये के हस्तांतरण का उद्घाटन किया। वह ग्रुप ‘बी’ के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे.
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उन्होंने कहा कि यह हमेशा से सवाल रहा है कि जहां गरीब बच्चे पढ़ते हैं, वहां सुविधाएं, शिक्षक और कनेक्टिविटी नहीं है. पहले स्कूल बंद होने की कगार पर थे. हर कोई चाहता है कि उसका बच्चा पढ़े. आज ऑपरेशन कायाकल्प में यूपी के 96 प्रतिशत बेसिक स्कूल अपग्रेड हो चुके हैं। क्लास, शौचालय, लैब और स्मार्ट क्लास का निर्माण कराया गया है. इनमें छात्र, अधिकारी और नेता सभी शामिल हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने ड्रॉपआउट रोकने का भी प्रयास किया. स्कूल चलो अभियान शुरू किया. इसमें हर शिक्षक, अधिकारी व जन प्रतिनिधि शामिल हुए. हमने लोगों को आधार से जोड़ने का काम किया. स्कूलों में 40 लाख बच्चे बढ़े हैं. हमने निर्णय लिया और स्कूलों में सवा लाख शिक्षकों की भर्ती की। ऑपरेशन कायाकल्प चलाया गया। बच्चों को बैग, किताबें, स्वेटर और जूते दिये। इसके लिए अप्रैल में डीबीटी किया जाता है. पीएम श्री स्कूल आज की जरूरत है. यह एक अभिनव प्रयोग है. अटल आवासीय विद्यालय के साथ एक प्रयोग किया गया है.
उन्होंने कहा कि हाल ही में पीएम मोदी की मौजूदगी में मुख्य सचिव की बैठक हुई थी. इस बैठक में प्रोजेक्ट कायाकल्प पर भी चर्चा हुई. नई शिक्षा नीति और ऑपरेशन कायाकल्प को हूबहू लागू करने के लिए मैं मुख्यमंत्री योगी को बधाई देता हूं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश में 26 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं. इनमें से करीब 18 फीसदी यानी 4 करोड़ यूपी से हैं. विकसित भारत की परिकल्पना यूपी के बिना संभव नहीं है। 2016 में पीएम उज्ज्वला योजना का पायलट प्रोजेक्ट बलिया में किया गया था. 30 PM 10 करोड़ की लाभार्थी मीरा के घर पीएम ने पी चाय. करीब 2 करोड़ लाभार्थी यूपी से हैं.
उन्होंने कहा कि 2047 से पहले भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया गया है, उससे पहले यूपी विकसित देश बन जायेगा. प्रदेश में 54 बच्चे बिना कोचिंग के आईआईटी, एनआईटी आदि में दाखिला ले रहे हैं। यह नई शिक्षा नीति की सफलता है।